लालकिले की प्राचीर पर पीएम मोदी ने फहराया तिरंगा

News Desk
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पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 79वां स्वतंत्रता दिवस

नयी दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस की 79वीं वर्षगांठ शुक्रवार को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से बारहवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह लालकिले के प्रांगण में मनाया गया। श्री मोदी ने लालकिले की प्राचीर पर श्री मोदी ने तिरंगा फहराया। इससे पहले वह राजधाट गये, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित किये।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और कहा, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें। मेरी कामना है कि यह सुअवसर सभी देशवासियों के जीवन में नया जोश और नयी स्फूर्ति लेकर आये, जिससे विकसित भारत के निर्माण को नयी गति मिले। ”

उन्होंने अपने संबोधन में अगली पीढ़ी के सुधारों की घोषणा करते हुए भारत दुनिया में बढ़ते आर्थिक स्वार्थ और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को अपना हथियार बनायेगा।

श्री मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों और सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होकर ‘समृद्ध भारत’ को अपना मूल बनाने का आह्वान किया और कहा कि यह किसी एक व्यक्ति या दल का एजेन्डा नहीं, बल्कि प्रत्येक भारतीय के जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने स्वदेशी की भावना को मजबूत करने के लिए भी पूरे देश से एकजुट होने का आह्वान किया और छोटे बड़े सभी दुकानदारों से अपनी दुकान पर ‘यहां स्वदेशी माल बिकता है’ के बोर्ड लगाने की अपील की।

उन्होंने आत्मनिर्भरता को विकसित भारत का आधार बताते हुए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा प्रणालियों, सेमीकंडक्टर, विनिर्माण, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, उर्वरक, औषधि, अंतरिक्ष तथा आर्थिक, डिजिटल तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म और सामाजिक जीवन के हर क्षेत्र में देश की ताकत बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार कारोबार और जीवनयापन की सुगमता के लिए अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है।

अपने अब तक के सबसे लंबे भाषण में श्री मोदी ने देश के समक्ष चुनौतियों, देश की ताकत और देश के भविष्य का खाका प्रस्तुत किया। इसमें रक्षा और सुरक्षा से लेकर आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है। उन्होंने इसी संदर्भ में नयी योजनाओं और पहलों की घोषणा की जिसमें युवाओं के लिए रोजगार योजना, सैन्य और असैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए मिशन सुदर्शन चक्र, अवैध घुसपैठियों से निपटने के लिए उच्च अधिकार प्राप्त मिशन, जीएसटी में नयी पीढी के सुधार, देश को 10 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सुधारों पर कार्य बल के गठन, लड़ाकू विमानों के लिए स्वदेशी इंजन के विकास, परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता में विस्तार और खनिज तेल तथा

गैस के लिए गहरे समुद्र में अन्वेषण के लिए समुद्र मंथन जैसी कई घोषणायें शामिल हैं।

उन्होंने सेमीकंडक्टर मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में इसी वर्ष माइक्रोचिप का विनिर्माण शुरू

हो जायेगा। उन्होंने अंतरिक्ष में भारत की ऊंची उड़ान का जिक्र किया और कहा कि देश गगनयान मिशन की अपने बल पर सफलता तथा अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

श्री मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत अब परमाणु धमकी में आने वाला नहीं है और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेनाओं को खुली छूट दी गयी है। सिंधु जल संधि को अन्यायपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत इसे मौजूदा स्वरूप में स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की ओर से स्कूलों, अस्पतालों और धर्मस्थलों को निशाना बनाये जाने का जिक्र किया। उन्होंने सभी महत्वपूर्ण सैन्य और असैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ की घोषणा की। अगले वर्षों में मिशन के तहत सभी प्रतिष्ठानों को प्रौद्योगिकी आधारित सुरक्षा प्रणालियों के कवच से लैस किया जायेगा। उन्होंने जोर दिया कि यह मिशन सुदर्शन चक्र एक ‘पावरफुल वेपन सिस्टम’ होगा जो दुश्मन के हमले को न्यूट्रलाइज तो करेगा ही करेगा, लेकिन कई गुना ज्यादा दुश्मन पर हिट बैक करेगा।

लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित समारोह के दौरान वायु सेना के हेलिकॉप्टर ने पुष्प बरसाये तो लोगों ने उस दृश्य को अपने मोबाइल फोन के कैमरों में कैद किया।

प्रधानमंत्री अपना संबोधन समाप्त कर वहां मौजूद राष्ट्रीय कैडेट कोर के छात्रों के बीच पहुंचे। श्री मोदी को अपने बीच पाकर एनसीसी के छात्र काफी उत्साहित नजर आये और कई छात्रों ने अपने मोबाइल पर उनकी तस्वीरें ली।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे। दिल्ली पुलिस और अर्ध सैनिक बलों के जवान यहां आने वाले हर व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे और उन्हें सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करने की हिदायत दे रहे थे।

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