TRF ने ली Pahalgam Attack की जिम्मेदारी

Jammu-Kashmir में TRF का खौफ फिर लौटा, Pahalgam हमले से उठा सवाल – आखिर कब थमेगा आतंक का ये सिलसिला?

By News Desk भारत 36 Views
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जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंक का साया मंडराने लगा है। Pahalgam में टूरिस्ट्स पर हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन The Resistance Front (TRF) ने ली है। यह वही संगठन है, जिसका नाम इससे पहले Gandarbal में हुए हमले और Target Killing की घटनाओं में सामने आ चुका है। इस बार हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है Sheikh Sajjad Gul, जो Pakistan में बैठकर घाटी में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है।

Pahalgam Attack में 12 घायल, 1 की मौत

मंगलवार को Pahalgam में हुए आतंकवादी हमले में फायरिंग के चलते 12 टूरिस्ट्स घायल हुए, जबकि 1 की मौत हो गई। सभी घायलों को फौरन अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घटना के बाद सेना और सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। सूत्रों के अनुसार, हमला स्थानीय मॉड्यूल के जरिए अंजाम दिया गया, जिसकी साजिश Sheikh Sajjad Gul ने रची थी।

पहले भी TRF कर चुका है हमले

The Resistance Front (TRF) कोई नया नाम नहीं है। इस संगठन का नाम पिछले साल Gandarbal में हुए हमले में भी आया था, जहां मजदूरों के कैंप पर घात लगाकर हमला किया गया था। आतंकियों ने पहले इलाके की रेकी की और फिर जंगलों से निकलकर वारदात को अंजाम दिया।

Pulwama Attack के बाद बढ़ी सक्रियता

TRF की नींव Pulwama Attack (14 फरवरी 2019) के बाद रखी गई थी। यह आतंकी संगठन Pakistani एजेंसी ISI के संरक्षण में काम करता है। 5 अगस्त 2019 को Article 370 हटाए जाने के बाद TRF की गतिविधियां और भी तेज हो गईं। इसे लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों का समर्थन प्राप्त है।

ISI की चाल: FATF से बचने के लिए नया नाम

TRF को इस मकसद से बनाया गया ताकि Pakistan पर आतंकी संगठनों को लेकर पड़ रहे अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचा जा सके। Financial Action Task Force (FATF) द्वारा Pakistan को Gray List में डाले जाने के बाद कई पाबंदियां लगीं। ऐसे में लश्कर और ISI ने TRF को फ्रंट संगठन के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू किया।

TRF और Target Killing

TRF का नाम कई Target Killing घटनाओं में सामने आ चुका है। हाल ही में इस संगठन ने एक Hit List भी जारी की थी, जिसमें BJP नेताओं, सेना और पुलिस अधिकारियों के नाम थे। इस संगठन के Handler सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं और घाटी की गतिविधियों पर नजर बनाए रखते हैं।

TRF जैसे संगठनों का मकसद सिर्फ घाटी में डर का माहौल बनाना है। लेकिन सवाल यह है कि Sheikh Sajjad Gul जैसे सरगनाओं पर शिकंजा कब कसेगा? और कब तक निर्दोष लोग इस आतंक का शिकार बनते रहेंगे?

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